किडनी (गुर्दा) हमारे शरीर का एक अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है। इसका मुख्य कार्य रक्त को साफ करना, अतिरिक्त पानी और अपशिष्ट पदार्थों को मूत्र के रूप में बाहर निकालना होता है। जब किसी कारण से मूत्र का प्रवाह बाधित हो जाता है और वह सही तरीके से बाहर नहीं निकल पाता, तो किडनी में सूजन आ सकती है। इस स्थिति को हाइड्रोनेफ्रोसिस (Hydronephrosis) कहा जाता है।
डॉ. रवि भडाणिया, अहमदाबाद के प्रख्यात नेफ्रोलॉजिस्ट (किडनी विशेषज्ञ), बताते हैं कि किडनी में सूजन को हल्के में लेना गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। इसलिए इसके शुरुआती लक्षणों को पहचानना और समय पर इलाज करवाना बेहद जरूरी है।
किडनी में सूजन (Hydronephrosis) क्यों होती है?
किडनी में सूजन का मुख्य कारण मूत्र का सही तरीके से बाहर न निकल पाना होता है। जब किडनी से ब्लैडर तक जाने वाले मूत्र मार्ग में कहीं रुकावट आ जाती है, तो मूत्र किडनी में जमा होने लगता है और दबाव बढ़ने से किडनी फूल जाती है।
किडनी में सूजन के प्रमुख कारण:
1. किडनी स्टोन (पथरी)
किडनी या मूत्र मार्ग में पथरी फँस जाने से मूत्र का प्रवाह रुक सकता है, जिससे किडनी में सूजन हो जाती है।
2. मूत्र मार्ग का संक्रमण (UTI)
बार-बार होने वाला मूत्र संक्रमण मूत्र मार्ग में सूजन और रुकावट पैदा कर सकता है।
3. प्रोस्टेट ग्रंथि का बढ़ना (पुरुषों में)
50 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुषों में प्रोस्टेट का बढ़ना मूत्र मार्ग को संकीर्ण कर देता है, जिससे पेशाब करने में कठिनाई होती है।
4. गर्भावस्था (महिलाओं में)
गर्भावस्था के दौरान बढ़ा हुआ गर्भाशय मूत्रवाहिनी (Ureter) पर दबाव डाल सकता है, जिससे मूत्र का प्रवाह बाधित होता है।
5. जन्मजात विकृतियाँ
कुछ लोगों में मूत्र मार्ग या किडनी की संरचना जन्म से ही असामान्य होती है, जिससे मूत्र का बहाव सही नहीं हो पाता।
6. ट्यूमर या सिस्ट
किडनी या मूत्र मार्ग में ट्यूमर या सिस्ट होने पर मूत्र का रास्ता आंशिक या पूर्ण रूप से बंद हो सकता है।
किडनी में सूजन के लक्षण क्या हैं?
किडनी में सूजन के लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं:
1. कमर या पीठ में दर्द
यह दर्द आमतौर पर एक तरफ होता है और कभी-कभी पेट के निचले हिस्से तक फैल सकता है।
2. पेशाब में बदलाव
पेशाब में धुंधलापन, खून आना, बहुत बार पेशाब लगना या बहुत कम पेशाब बनना।
3. बुखार और ठंड लगना
यदि संक्रमण कारण हो, तो बुखार, ठंड लगना और कंपकंपी हो सकती है।
4. मतली, उल्टी और भूख कम लगना
किडनी ठीक से काम न करने पर शरीर में विषैले पदार्थ जमा होने लगते हैं।
5. शरीर में सूजन
आँखों के नीचे, हाथ-पैर या चेहरे पर सूजन दिख सकती है।
क्या किडनी में सूजन का इलाज संभव है?
हाँ, किडनी में सूजन का इलाज संभव है, खासकर यदि समय पर इसका पता लग जाए।
1. सही निदान (Diagnosis)
डॉक्टर अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन या अन्य जाँचों के माध्यम से सूजन और रुकावट के कारण का पता लगाते हैं।
2. दवाओं द्वारा इलाज
यदि संक्रमण कारण है, तो एंटीबायोटिक्स और सूजन कम करने वाली दवाएँ दी जाती हैं।
3. ब्लॉकेज हटाना
पथरी, ट्यूमर या अन्य रुकावट होने पर स्टेंट डालना, पथरी निकालना या सर्जरी की जा सकती है।
क्या किडनी में सूजन से बचा जा सकता है?
जी हाँ, कुछ आदतें अपनाकर किडनी को स्वस्थ रखा जा सकता है:
- पर्याप्त मात्रा में पानी पिएँ
- पेशाब में जलन या बार-बार पेशाब आने पर तुरंत जाँच कराएँ
- संतुलित और पौष्टिक आहार लें
- ज्यादा नमक और प्रोसेस्ड फूड से बचें
- पेशाब रोककर न रखें
डॉक्टर से कब संपर्क करें?
यदि आपको निम्न लक्षण लगातार दिखाई दें, तो तुरंत नेफ्रोलॉजिस्ट से संपर्क करें:
- लगातार कमर या पीठ दर्द
- पेशाब में खून या रंग में बदलाव
- बहुत कम या बहुत अधिक पेशाब आना
- बुखार या संक्रमण के लक्षण
निष्कर्ष
किडनी में सूजन (Hydronephrosis) एक गंभीर लेकिन इलाज योग्य समस्या है। इसके कारणों और लक्षणों को समय पर पहचानकर सही उपचार किया जाए, तो किडनी को होने वाले स्थायी नुकसान से बचा जा सकता है। स्वस्थ जीवनशैली, पर्याप्त पानी, संतुलित आहार और नियमित जाँच किडनी को स्वस्थ रखने में मदद करती है।
यदि आपको किडनी से जुड़ी कोई भी समस्या या शंका हो, तो डॉ. रवि भडाणिया से परामर्श अवश्य लें।